भारत सरकार ने एक महत्पूर्ण योजना “प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजाना” की शुरुआत 1 मई ,2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के माल्देपुर से हुई । यह उज्जवला योजना ग्रामीण इलाके में ,गरीबी रेखा के निचे गुजर -बसर करने वाले गरीब परिवारों के लिए रियाती मूल्य पर एलपीजी कनेक्शन तथा उसकी आपूर्ति करने के उद्देश्य से की गयी हैं।

आज 21 वी शताब्दी में भी ग्रामीण इलाको में लकड़ी या गोबर के उपलो (गोइंठा ) पर खाना बनाने से बहुत ज़्यादा मात्रा धुंआ निकलता है। धुंए के माध्यम से निकलने वाली हानिकारक गैसे, अनेक प्रकार के नुकसान पंहुचाती हैं। जो महिला खाना बनाती है उसके सांस लेने के माध्यम से उसके फेफड़ो तथा अन्य अंगो को नुकसान पंहुचाती हैं। जिससे कई अन्य बीमारियाँ होने की भी सम्भावना बनी रहती है। यह वातावरण को दूषित करके,हमारे वातावरण की रक्षा करने वाली ओजोन पर्त को नुकसान पंहुचाती हैं। इस प्रकार यह उज्ज्वला योजाना महिलाओ के स्वास्थ्य सुधार तथा वातावरण सुधार कि दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
इस योजाना की पंच लाइन है ” स्वच्छ ईधन, बेहतर जीवन “। इस सामाजिक कल्याण योजना उद्देश्य के अन्तर्गत, वर्ष 2019 तक 5 करोड़ कनेक्शन गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले गरीब परिवार को धुंआ रहित जीवन देने की है। इस परियोजना पर भारत सरकार लगभग 8 हजार करोड़ खर्च करेगी।
इस योजना के सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां इस प्रकार हैं.
योजना का उद्देश्य
- उज्जवला योजना के अनुसार एलपीजी कनेक्शन परिवार की महिला सदस्य के नाम से दिया जायेगा, जो महिला सशक्तिकरण को मजबूती प्रदान करता है ।
- ग्रामीण महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन देकर उनको धुंये और हानिकारक गैसों से मुक्ति देना ।
- तथा धुँए और हानिकारक गैसों से होने वाली जानलेवा बीमारियों से रोकना ।
योजना का बजट एवम आवंटित धनराशि
- भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2016 -2017 में शुरू होने वाली इस योजना के लिए आगामी तीन वर्ष 2016-17 , 2017 -18 , 2018-19 के लिए 8 हज़ार करोड़ रुपये के वजट का आवंटन किया है। वित्तीय वर्ष 2016-2017 के लिए कुल 2 हज़ार करोड़ रूपये का आवंटन किया गया हैं। तथा इस साल डेढ़ करोड़ बीपीएल कार्ड धारक परिवारों को गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है।
- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लगभग 1 करोड़ 13 लाख परिवारों में गैस सब्सिडी छोड़ दी जिससे भारत सरकार को लगभग 5 हज़ार करोड़ रूपये का की बचत हुयी है जिसका उपयोग इस उज्जवला योजना में किया जायेगा ।
- इस उज्जवला योजना के द्वारा प्रत्येक एलपीजी कनेक्शन के लिए भारत सरकार 1600 रूपये कि वित्तीय मदद भी करेगी । सरकार के द्वारा गैस रिफिलिंग के लिए मासिक किस्तो पैट लोन की सुविधा भी दे रही है।
इस योजना में कौन -2 एलपीजी कनेक्शन ले सकता है और उसकी पात्रता क्या होगी
- आवेदन करने वाली महिला की उम्र 18 वर्ष से ज्यादा होनो चाहिए।
- आवेदन करने वाली महिला बीपीएल कार्ड धारक तथा ग्रामीण निवासी होनी चाहिए।
- गैस सब्सिडी लेने के लिए महिला का किसी सरकारी बैंक में बचत खता होना चाहिए।
- आवेदन करने वाले परिवार में पहले से कोई गैस कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
कौन -2 से जरुरी कागजात लगेंगे
- बीपीएल राशन कार्ड ( सफ़ेद ता लाल राशन कार्ड ) की छाया प्रतिलिपि।
- ग्राम प्रधान या नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा जारी बीपीएल प्रमाण पत्र।
- एक फोटो पहचान पत्र जिससे की आवेदक की पहचान हो सके जिसमे आधार कार्ड का वोटर कार्ड शामिल है।
- पासपोर्ट साइज का फोटो जो हाल -फिलहाल में बनवाया गया हो जिससे उसकी पहचान हो सके।
- जनधन योजना के अंतर्गत खोला गया खाता या कोई अन्य बचत खाता तथा आधार कार्ड नंबर की जरुरत होगी।